14 March 2025 Grahan Update : भूमिका
ग्रहण खगोलीय घटनाओं में से एक महत्वपूर्ण घटना होती है, जो सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी की स्थिति के आधार पर घटित होती है। 14 मार्च 2025 को लगने वाले ग्रहण को लेकर ज्योतिषीय, वैज्ञानिक और धार्मिक दृष्टिकोण से लोगों में काफी उत्सुकता बनी हुई है। इस लेख में हम इस ग्रहण की विस्तृत जानकारी देंगे, जिसमें इसका प्रकार, समय, प्रभाव, धार्मिक मान्यताएँ और वैज्ञानिक महत्व शामिल होगा।
14 March 2025 Grahan Update : ग्रहण क्या होता है?
ग्रहण तब होता है जब कोई खगोलीय पिंड किसी अन्य पिंड की छाया में आ जाता है। मुख्य रूप से दो प्रकार के ग्रहण होते हैं:
- सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) – जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुँच पाता।
- चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) – जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, जिससे पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है।
14 मार्च 2025 को चंद्र ग्रहण लगने वाला है, जिसे भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों में देखा जा सकेगा।
14 March 2025 Grahan Update : समय और अवधि
यह चंद्र ग्रहण एक आंशिक चंद्र ग्रहण (Partial Lunar Eclipse) होगा, जो विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग समय पर देखा जा सकेगा।
14 March 2025 Grahan Update : ग्रहण के प्रमुख चरण
ग्रहण की शुरुआत (Penumbral Eclipse Begins): शाम 04:23 बजे (UTC)
आंशिक ग्रहण की शुरुआत (Partial Eclipse Begins): शाम 05:32 बजे (UTC)
ग्रहण का मध्य (Greatest Eclipse): शाम 06:59 बजे (UTC)
आंशिक ग्रहण का अंत (Partial Eclipse Ends): रात 08:26 बजे (UTC)
ग्रहण समाप्ति (Penumbral Eclipse Ends): रात 09:35 बजे (UTC)
भारतीय समयानुसार (IST), यह ग्रहण शाम 9:53 बजे शुरू होगा और देर रात 2:05 बजे समाप्त होगा।
14 March 2025 Grahan Update : कहाँ-कहाँ दिखेगा यह ग्रहण?
14 मार्च 2025 का चंद्र ग्रहण भारत, यूरोप, अफ्रीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा। भारत में इसे नग्न आंखों से देखा जा सकेगा, बशर्ते आसमान साफ हो।
14 March 2025 Grahan Update : ग्रहण का वैज्ञानिक महत्व
- खगोलशास्त्र में ग्रहण का महत्व
ग्रहण खगोलशास्त्र के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करते हैं।
वैज्ञानिक ग्रहण के दौरान चंद्रमा की सतह, पृथ्वी की छाया और सौर गतिविधियों का अध्ययन करते हैं।
चंद्र ग्रहण से पृथ्वी के वायुमंडलीय प्रभावों को समझने में मदद मिलती है।
- जलवायु पर प्रभाव
ग्रहण के दौरान पृथ्वी की ऊष्मा में कुछ बदलाव देखे जाते हैं, जिससे स्थानीय मौसम पर असर पड़ सकता है।
वैज्ञानिक इस दौरान पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल की संरचना का अध्ययन करते हैं।

14 March 2025 Grahan Update : ज्योतिषीय दृष्टिकोण से ग्रहण का प्रभाव
भारतीय ज्योतिष के अनुसार, ग्रहण का प्रभाव विभिन्न राशियों और पृथ्वी पर पड़ने वाली ऊर्जा पर होता है।
14 March 2025 Grahan Update : राशियों पर प्रभाव
- मेष (Aries): यह ग्रहण मेष राशि वालों के लिए मिले-जुले परिणाम लाएगा। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
- वृषभ (Taurus): आर्थिक मामलों में सतर्कता आवश्यक है, धन हानि की संभावना हो सकती है।
- मिथुन (Gemini): करियर में नई संभावनाएँ उभर सकती हैं, परंतु निर्णय सोच-समझकर लें।
- कर्क (Cancer): मानसिक तनाव बढ़ सकता है, पारिवारिक जीवन में धैर्य बनाए रखें।
- सिंह (Leo): यह ग्रहण सिंह राशि वालों के लिए शुभ रहेगा, नई योजनाओं की शुरुआत कर सकते हैं।
- कन्या (Virgo): यात्रा के योग बन सकते हैं, परंतु स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
- तुला (Libra): धन संबंधी मामलों में सतर्कता बरतें, धोखाधड़ी से बचें।
- वृश्चिक (Scorpio): रिश्तों में कुछ समस्याएँ आ सकती हैं, संयम से काम लें।
- धनु (Sagittarius): करियर में उन्नति के योग हैं, मेहनत का पूरा फल मिलेगा।
- मकर (Capricorn): आत्मविश्वास बढ़ेगा, लेकिन अहंकार से बचें।
- कुंभ (Aquarius): मानसिक शांति के लिए ध्यान और योग करें।
- मीन (Pisces): शिक्षा और शोध कार्यों में सफलता मिल सकती है।
14 March 2025 Grahan Update : ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें?
क्या करें?
ग्रहण के समय पूजा-पाठ, ध्यान और मंत्र जाप करना शुभ माना जाता है।
ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें।
तुलसी के पत्तों का सेवन करें, यह ग्रहण के प्रभाव को कम करता है।
क्या न करें?
ग्रहण के दौरान भोजन करने से बचें, क्योंकि इसे हानिकारक माना जाता है।
गर्भवती महिलाओं को इस समय विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
खुले आसमान के नीचे सोने से बचें।
14 March 2025 Grahan Update : धार्मिक और पौराणिक महत्व
भारतीय पौराणिक कथाओं में ग्रहण को राहु-केतु से जोड़ा जाता है। मान्यता है कि जब समुद्र मंथन के दौरान अमृत निकला, तब असुर राहु ने अमृत पान कर लिया था। भगवान विष्णु ने उसका सिर धड़ से अलग कर दिया, परंतु वह अमर हो चुका था। तभी से राहु और केतु सूर्य और चंद्रमा को समय-समय पर ग्रस लेते हैं, जिससे ग्रहण की घटना होती है।
14 March 2025 Grahan Update : ग्रहण के बाद के उपाय
ग्रहण समाप्त होने के बाद कुछ उपाय अपनाए जाते हैं, जैसे:
घर की साफ-सफाई करें।
गंगाजल का छिड़काव करें।
गरीबों और जरूरतमंदों को दान दें।
14 March 2025 Grahan Update : निष्कर्ष
14 मार्च 2025 को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना होगी, जो भारत सहित कई देशों में दिखाई देगा। यह न केवल वैज्ञानिकों के लिए अध्ययन का अवसर होगा, बल्कि धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी महत्वपूर्ण रहेगा। ग्रहण से जुड़े नियमों का पालन करना और सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखना आवश्यक है।
ग्रहण हमें प्रकृति की विशालता और ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने का अवसर प्रदान करता है। चाहे आप इसे वैज्ञानिक दृष्टि से देखें या धार्मिक मान्यताओं के आधार पर, यह घटना हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है।